चोटी से ऐड़ी तक जिसका, बहा पसीना सुखी रहा। स्वेदकणों को दुनिया वालों, ने सदैव अनमोल कहा। चोटी से ऐड़ी तक जिसका, बहा पसीना सुखी रहा। स्वेदकणों को दुनिया वालों, न...
सम अवसर सबको सीमित जनसंख्या संग, तब ही खुद यह सब जग सुंदर हो जाएगा। सम अवसर सबको सीमित जनसंख्या संग, तब ही खुद यह सब जग सुंदर हो जाएगा।
स्वर्ग समान सकल जग होगा , जब इक दूजे से हम प्यार करेंगे। स्वर्ग समान सकल जग होगा , जब इक दूजे से हम प्यार करेंगे।
काल का नाश ये करती काली परम दिव्य रूप दर्शाने वाली। काल का नाश ये करती काली परम दिव्य रूप दर्शाने वाली।
जय जय जय जय देव विनायक विघ्न विनासक मंगलदायक ! जय जय जय जय देव विनायक विघ्न विनासक मंगलदायक !
पर आशावादी है मेरा मन मेरा अनुयायी है। पर आशावादी है मेरा मन मेरा अनुयायी है।